जौनपुर के जनसेवक निभा रहें समाज के प्रति अपना दायित्व...

जौनपुर के जनसेवक निभा रहें समाज के प्रति अपना दायित्व...

जौनपुर के जनसेवक  निभा रहें समाज के प्रति अपना दायित्व...

जियाउल हक की रिपोर्ट 

जौनपुर। जो व्यक्ति समाज के लोगों के दुख दर्द में सम्मिलित होकर सुख संपत्ति बांटकर परस्पर स्नेह और सौजन्य का परिचय देकर स्वयं कष्ट में रहकर दूसरों को सुखी बनाने का प्रयास करता है वह किसी महामानव से कम नहीं होता । ऐसे ही शख्सियत के बारे में बताने जा रहा हूं जिनका नाम है "सत्य प्रकाश मिश्रा" सरल , हृदय , मृदुभाषी , निष्ठावान समाजसेवी सत्य प्रकाश जी मूलतः जौनपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं , आर्थिक रूप से सामान्य परिवार के रहने वाले हैं , मात्र 22 वर्षीय सत्य प्रकाश जी ने कर्तव्यनिष्ठा और समाज के प्रति जिम्मेदारियों के जज्बे को हर कोई सलाम करता है , की पढ़ाई करते हुए व्यक्तिगत परिश्रमशीलता से गरीब , असहाय , रोगी , दुखियों , घायलों की सूचनार्थ एवं स्वम विचरण के दौरान रोड़ पर पड़े रोगियों को तत्काल प्राथमिक उपचार कर हॉस्पिटल के माध्यम से पूर्ण उपचार प्रदान करवाते हैं , तथा जरूत्तमन्दों के मध्य आवश्यक सामग्री भी वितरित करते रहते हैं । 

         अस्पताल के कूड़े के ढेर से असहाय रोगी भोजन खाते देख मिली प्रेणा , सत्य प्रकाश जी ने बताया कि मैं एक दादी का इलाज स्थानीय हॉस्पिटल में करा रहा था तभी एक दिन मैं देखा कि एक रोगी अस्पताल के कूड़े ढेर से खाने लायक चीजें निकाल कर खा रहा था , वहीं से प्रेरणा मिली तभी मन में संकल्प लिया कि आज से असहाय रोगियों की मदद के लिए आजीवन प्रयासरत रहूंगा ।

           कार्य के दौरान आने वाली कठिनाइयों पर बातचीत के दौरान सत्य प्रकाश जी ने बताया कि प्राप्त साधन व्यवस्थाएं उपलब्ध ना होने के कारण कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । सेवा के दौरान प्रशासनिक और हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा सहयोग न मिलने के कारण भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और लोग कहते हैं , कि जिनके पास लोग नहीं जाते उनकी मदद करके तुम्हें क्या मिल जाएगा , खुद का भला देखो |सत्य प्रकाश जी नित्य प्रतिदिन नये के हौसले के साथ रोड के किनारे पड़े असहाय लोगो के मध्य उपस्थित हो कर समाज के प्रति वास्तविक जिम्मेदारियां निभाने वाले महामानव समाज के लिए प्रेरणा है । इनके जज्बे , साहस और कर्तव्यनिष्ठता को सलाम है ।