विश्वास दाम्पत्य जीवन की बुनियाद : महंत गणेश दास

विश्वास दाम्पत्य जीवन की बुनियाद : महंत गणेश दास

विश्वास दाम्पत्य जीवन की बुनियाद : महंत गणेश दास

विश्वास दाम्पत्य जीवन की बुनियाद : महंत गणेश दास

कुशीनगर(एपीआई एजेंसी):- कसया नगर स्थित श्रीरामजानकी मंदिर (मठ) में चौदहवें वर्ष दस दिवसीय श्रीराम महायज्ञ के तीसरे दिन शुक्रवार को श्री अवध बिहारी कुंज, अयोध्या धाम से आये कथा वाचक महंत गणेश दास महाराज ने श्रीराम कथा की अमृत वर्षा कराते हुए सती मोह प्रसंग के माध्यम से दाम्पत्य जीवन का हृदय स्पर्शी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि विश्वास दाम्पत्य जीवन की बुनियाद है।

यदि विश्वास टूटा तो संबंध बिखर जाएगा। कथा वाचक ने भगवान शिव और उनकी अर्धांगिनी माता पार्वती की कथा के माध्यम से कहा कि यदि माता पार्वती ने भगवान शिव की बात मानी होती तो उन्हें न तो सती होना पड़ता और न ही पति का वियोग सहना पड़ता। माता पार्वती के अविश्वास ने उन्हें कई जन्मों तक पति से दूर रखा। पत्नी के लिए पति ही सर्वस्व है। कथा का प्रारम्भ यजमान दिनेश तिवारी व नीलम तिवारी द्वारा व्यास पीठ के पूजन से हुआ। संचालन डॉ0 हरिओम मिश्र ने किया।

इस दौरान यज्ञाचार्य रामजी पांडेय के देख रेख में अरणी मंथन द्वारा अग्नि प्रज्वलित हुआ और मंत्रोच्चार द्वारा श्रीराम महायज्ञ चलता रहा। अयोध्या धाम से आये संतो द्वारा अखंड सीता राम नाम संकीर्तन भी अनवरत चलता रहा। यज्ञ मंडप की परिक्रमा में प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस अवसर पर महंत त्रिभुवन शरण दास, व्यवस्थापक देव नारायण शरण, विष्णु शरण दास, सुरेश प्रसाद गुप्त, इन्द्रासन प्रसाद संतजी, सुरेश तिवारी, अवधेश पांडेय, ओम प्रकाश सिंह, महेंद्र मणि, शिवानंद दुबे, अवधेश मिश्र, सुभाष दुबे, अवधेश मणि, निशांत सिंह, आदित्य मिश्र, राहुल यादव, राकेश कुशवाहा, खुशी, अंकिता, रिद्धिमा, गंगोत्री देवी, सावित्री देवी, चंद्रशेखर शुक्ल, अनमोल तिवारी आदि उपस्थित रहे।