दोहरीघाट बस स्टैंड का होगा कायाकल्प

दोहरीघाट बस स्टैंड का होगा कायाकल्प

दोहरीघाट बस स्टैंड का होगा कायाकल्प

दोहरीघाट बस स्टैंड का होगा कायाकल्प

By:- Amitabh Chaubey 
लखनऊ(एपीआई एजेंसी):- लगभग 10 जनपदों को जोड़ने वाला दोहरीघाट डिपो के बस स्टेशन की कायाकल्प होने की उम्मीद जगी है। बताते चलें कि दोहरीघाट एक ऐसा डिपो है जहां पर पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों को जोड़ने के लिए बसों का आवागमन होता है साथ ही यह ऐसा प्वाइंट है जिसके कारण यह अलग ही उदाहरण है की छोटे जनपद में भी दो डिपो है। ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि छोटे जनपद में भी अलग-अलग परिवहन निगम अपने डिपो बनाए यदि बड़ी शहरों को छोड़ दिया जाए तो जनपद मऊ में मऊ डिपो एवं दोहरीघाट डिपो के नाम से बसों का संचालन होता है ।

बताते चलें कि सरजू नदी के तट पर स्थित परिवहन निगम का दोहरीघाट डिपो जहां एक ओर सोनौली नेपाल बॉर्डर से होते हुए गोरखपुर, देवरिया, मऊ, गाजीपुर ,बनारस, मिर्जापुर, सोनभद्र, आजमगढ़, अकबरपुर, फैजाबाद, बाराबंकी लखनऊ,कानपुर, जौनपुर इलाहाबाद तक के लिए यहां से बसों का संचालन होता है। दोहरीघाट डिपो की महत्ता तब और बढ़ जाती है जब एक देश नेपाल के साथ दूसरा उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के सीमा  सोनभद्र तक बसों का सीधा संचालन होता है।

ऐसे में मध्य में पढ़ने वाला दोहरीघाट डिपो का महत्व काफी बढ़ जाता है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार इस वर्ष स्टैंड के बाईपास से ही सारी बसें निकल जाती हैं इसलिए धीरे-धीरे यह बस स्टैंड खंडहर में तब्दील होता चला गया ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश सचिव देवेश राय ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से मिलकर इसका जिर्णोद्धार करने की मांग की है।

बताते चलें कि देवेश राय जनपद मऊ के उसरी गांव के निवासी हैं तथा लंबे समय से लखनऊ विश्वविद्यालय एवं छात्र राजनीति में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के साथ जुड़े रहे हैं एवं इनके क़रीबी माने जाते हैं ऐसी स्थिति में देवेश राय की पहल पर दोहरीघाट डिपो के जिर्णोद्धार की उम्मीद जगी है।