दीपोत्सव के साथ सामाजिक कुंभ का आगाज: सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने जलाया दीप 

दीपोत्सव के साथ सामाजिक कुंभ का आगाज: सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने जलाया दीप 

दीपोत्सव के साथ सामाजिक कुंभ का आगाज: सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने जलाया दीप 

दीपोत्सव के साथ सामाजिक कुंभ का आगाज: सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने जलाया दीप 

कुशीनगर(एपीआई एजेंसी):- खड्डा विधानसभा पनियहवा के छितौनी-बगहा रेलपुल के समीप नारायणी तट पर बुधवार को तीन दिवसीय नारायणी सामाजिक कुंभ का शुभारंभ सवा लाख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। दीपों की जगमगाहट से नारायणी का किनारा जगमगा उठा। नारायणी महाआरती से माहौल भक्तिमय हो गया।

तीन दिवसीय नारायणी सामाजिक कुंभ का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत प्रचारक सुरजीत ने कहा कि मां नारायणी समाजिक कुंभ द्वारा नारायणी माता के महत्व को जनजन तक पहुँचाने का जो संकल्प लिया है, वह अविस्मरणीय है। नारायणी की सेवा साक्षात नारायण की सेवा है। हमारी सनातन परंपरा त्याग व समर्पण की रही है। इस आयोजन से सनातन परंपरा को धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पौराणिक रूप से मजबूती मिलेगी। संयोजक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि कुंभ के दूसरे दिन गुरूवार को विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान के लिए मां नारायणी लोक सम्मान कावि तरण किया जाएगा।

संत उद्बोधन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम व महाआरती होगी। देर शाम नारायणी तट पर सरस्वती देवी महाविद्यालय नौरंगिया, सरस्वती इण्टर मीडिएट कालेज परसौनी, विद्या इण्टर मीडिएट कालेज सेखुइ ख़ास, और वासुदेव इण्टर मीडिएट कालेज गोईति बुजुर्ग के स्कूली बच्चों एवं स्वयंसेवकों द्वारा सवा लाख दीप प्रज्ज्वलित किया गया वहीं सरस्वती देवी महाविद्यालय के बच्चों ने  मां नारायणी और जय श्री राम दीपों से लिखा और बच्चों में उत्साह देखने को मिला कुछ विद्या इण्टर मीडिएट कालेज के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्वस्तिक और जय श्री राम दीपों से सजाया जितने भी लोग आएं हुए थे उन्होंने सेल्फी केन्द्र बन गया   जिससे नदी का किनारा जगमगा उठा।

वाराणसी के पुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच महाआरती से माहौल भक्तिमय हो गया तीन दिवसीय नारायणी सामाजिक कुंभ का हुआ शुभारंभ सनातन परंपरा त्याग व समर्पण की परंपरा : सुरजीतना रायणी सामाजिक कुंभ का शुभारम्भ करते सह प्रांत प्रचारक सुरजीत व दीपोत्सव से जगमग हुआ नदी का तट गया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि अभाविप के संगठन मंत्री हरदेव, विश्वमंभर दास, डा. सत्येन्द्र गिरी, त्यागी जी महराज, प्रवीण गुंजन, ब्रह्मदेव तिवारी, चन्द्रप्रकाश तिवारी, रोशनलाल भारती, सुनील यादव, प्रभाकर पांडेय, अजय साहनी, रमेश निषाद, राकेश सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।