एकमुश्त समाधान योजना (OTS) को मिली ऐतिहासिक सफलता:उपभोक्ताओं को मिला 1830 करोड़ रुपए का लाभ  

एकमुश्त समाधान योजना (OTS) को मिली ऐतिहासिक सफलता:उपभोक्ताओं को मिला 1830 करोड़ रुपए का लाभ  

एकमुश्त समाधान योजना (OTS) को मिली ऐतिहासिक सफलता:उपभोक्ताओं को मिला 1830 करोड़ रुपए का लाभ  

एकमुश्त समाधान योजना (OTS) को मिली ऐतिहासिक सफलता:उपभोक्ताओं को मिला 1830 करोड़ रुपए का लाभ  

By:- Amitabh Chaubey 
लखनऊ(एपीआई एजेंसी):- प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सूबे की जनता को बिलम्बित भुगतान अधिभार (सरचार्ज) में छूट देने के लिए 8 नवम्बर 2023 को ‘एक मुश्त समाधान योजना’ की शुरूआत की थी। यह योजना 4 चरणों के बाद 16 जनवरी 2024 को समाप्त हो गयी है। यह एकमुश्त समाधान योजना आज तक के विद्युत् विभाग के इतिहास की सफलतम योजना के रूप में उभरी है। इतिहास में कभी भी विद्युत् चोरी के मामले एकमुश्त समाधान योजना के अंतर्गत निस्तारित नहीं किए जाते थे।

जबकि इस ऐतिहासिक सफलतम योजना के अंतर्गत एक लाख से ज्यादा विद्युत् चोरी के मामले निस्तारित किए गए हैं। मंत्री शर्मा ने योजना का अत्यधिक लाभ लेने के लिए विद्युत उपभोक्ताओं से अपील भी की थी कि वे 'जल्दी आयें, ज़्यादा लाभ पाएँ’। जिसके अंतर्गत 52 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने पंजकीकरण कराकर 1830 करोड़ रुपए का भरपूर लाभ उठाया है। वहीं इस योजना में 5600 करोड़ से ज्यादा का बकाया राजस्व भी ऊर्जा विभाग के खाते में आया है। वहीं 1000 करोड़ रुपया अभी आना बाकी है।

मंत्री शर्मा ने बताया कि 8 नवम्बर 2023 से 16 जनवरी 2024 तक चलायी गयी एकमुश्त समाधान योजना में पिछले वर्ष के सापेक्ष दो गुना से ज्यादा का राजस्व एकत्रित हुआ है। पिछले वर्ष चलायी गयी योजना के अंतर्गत 2900 करोड़ रुपये का बकाया राजस्व प्राप्त हुआ था वहीं इस वर्ष 5600 करोड़ रुपया राजस्व विभाग को मिल चुका है वहीं शेष एक हजार मिलना बाकी है। मंत्री शर्मा ने कहा इस योजना के ऐतिहासिक परिणाम के लिए हमारे विद्युत् कर्मियों का बहुत बड़ा योगदान है। विद्युत कर्मचारियों ने देर रात तक कार्यलय खोलकर की गई मेहनत का ही परिणाम है जो एकमुश्त समाधान योजना आजतक की सबसे लोकप्रिय और सफलतम योजना बनकर उभरी है।

विद्युत चोरी के लगभग एक लाख से अधिक मामलों का निस्तारण के साथ ही इस वर्ष की योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में लोगों ने विद्युत कनेक्शन भी लिये हैं। उन्होने कहा कि उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ लेने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में अपना पंजीकरण कराया। 8 नवंबर से 16 जनवरी 2024 तक कुल 70 दिनों तक 4 चरणों में चली योजना का पहला चरण 8 से 30 नवंबर तक, दूसरा चरण 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक, तीसरा चरण 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तथा 01 जनवरी से 16 जनवरी 2024 तक चौथा चरण चलाया गया। जनता को अधिक से अधिक योजना का लाभ देने के लिए प्रदेश के सभी विद्युत उपकेन्द्रों पर कैम्प लगाये गये। जिसके अन्तर्गत मौके पर ही विद्युत बिल से सम्बन्धित, मीटर से सम्बन्धित शिकायतों का निस्तारण किया गया।

मंत्री शर्मा ने कहा कि इस ऐतिहासिक सफलतम एकमुश्त समाधान योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया गया है। गांव-गांव में डुग्गी पिटवाकर, लाउडस्पीकर के माध्यम से उद्घोषणा करायी गयी। शहर के मुख्य स्थानों पर बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगवाये गये तथा सभी पात्र उपभोक्ताओं को सूचना पत्र के माध्यम से एसएमएस के माध्यम से व्हाट्स एप के माध्यम से प्रेषित की गयी और रेडियो जिन्गल बनाया गया। इस योजना को सफल बनाने में प्रदेश के जनप्रतिनिधियों ने भी खूब प्रचार किया। विभागीय अधिकारियों के साथ स्वयं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने योजना की लगातार समीक्षा की तथा कार्मिकों को कुशल नेतृत्व और प्रोत्साहन दिया। जिसका परिणाम है की योजना इतनी सफल हुई।

वहीं अध्यक्ष पावर कॉर्पोरेशन और सभी डिस्कोम के एमडी द्वारा इस योजना के दौरान क्षेत्रों का दौरा कर सघन अनुश्रवण किया गया। मंत्री शर्मा ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पूर्वांचल में 14.93 लाख, मध्यांचल में 14.33 लाख, दक्षिणांचल में 10.57 लाख , पश्चिमांचल में 11.87 लाख और केस्को में 24 हजार उपभोक्ताओं ने पंजीकरण करा कर लाभ लिया।ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार उपभोक्ताओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए छूट की एक बेहतर योजना लायी थी। जिसमें प्रदेश की जनता ने भरपूर सहयोग देते हुए जमकर लाभ उठाया है। इसके लिए ऊर्जा मंत्री ने जनता के साथ ही विद्युत कर्मियों को भी हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाई दी है। ऊर्जा मंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को सादर नमन किया।