हलीमा सलाम व फातिमा सलाम लगातार रोजा रख कर रही हैं इबादत

हलीमा सलाम व फातिमा सलाम लगातार रोजा रख कर रही हैं इबादत

हलीमा सलाम व फातिमा सलाम लगातार रोजा रख कर रही हैं इबादत

हलीमा सलाम व फातिमा सलाम लगातार रोजा रख कर रही हैं इबादत

भदोही(एपीआई एजेंसी):- पवित्र माहे रमजान की शुरुआत के साथ ही रोजा रखने और इबादत करने का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में बड़े, बुढ़े और महिलाएं तो रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करने में मशगूल हैं तो वहीं इसमें बच्चें भी पीछे नहीं रह रहे हैं। जिन बच्चों पर अभी रोजा फर्ज नहीं है। वह भी रोजे रखकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं।

नगर के मोहल्ला आलमपुर निवासी एलआईसी एजेंट हाजी अब्दुस्सलाम अंसारी की 7 वर्षीय पुत्री हलीमा सलाम व 9 वर्षीय फातिमा सलाम रमजान का चांद दिखने के बाद से इतना खुश और उत्साहित थीं कि वे अपनी अम्मी और अब्बू से रोजा रखने और सेहरी में उठा देने की जिद की। बच्चियों की जिद पर उनकी अम्मी और अब्बू ने सेहरी में उठा दिया। तभी से दोनों बच्चियों का पूरा रोजा चल रहा है। रोजा रखकर दोनों ही बच्चियां अल्लाह की इबादत में मशगूल हैं। बच्चों के हौसले को देख उनके अम्मी और अब्बू भी काफी खुश हैं।

वैसे रोजा रख रहे हलीमा सलाम और फातिमा सलाम ने बताया कि पहले घर में बड़ों को रोजा रखता देखकर खुद रखने की इच्छा होती थी। शुरू में लगा कि दिन भर कैसे बगैर कुछ खाए-पीए रोजा रखा जा सकता है। लेकिन जब रोजा रखना शुरू किया तो भूख व प्यास का एहसास ही नहीं हुआ। वैसे रोजा रखकर काफी खुशी महसूस हो रही है। इंशाल्लाह इस रमजान में पूरा रोजा हम दोनों बहनें रखूंगी।