लेखक से मिलिए कार्यक्रम के अंतर्गत जबलपुर (म. प्र.) के प्रसिद्ध कथाकार, संस्मरण एवं जीवनी लेखक का बरदह पीजी कॉलेज में हुआ स्वागत

लेखक से मिलिए कार्यक्रम के अंतर्गत जबलपुर (म. प्र.) के प्रसिद्ध कथाकार, संस्मरण एवं जीवनी लेखक का बरदह पीजी कॉलेज में हुआ स्वागत

लेखक से मिलिए कार्यक्रम के अंतर्गत जबलपुर (म. प्र.) के प्रसिद्ध कथाकार, संस्मरण एवं जीवनी लेखक का बरदह पीजी कॉलेज में हुआ स्वागत

आजमगढ़। लेखक से मिलिए कार्यक्रम के अन्तर्गत जबलपुर (म. प्र.) से प्रसिद्ध कथाकार, संस्मरण एवं जीवनी लेखक श्री राजेन्द्र चन्द्रकांत राय गांधी स्मारक त्रिवेणी पी जी कॉलेज में आए। कॉलेज के सभागार में उनका साल और पुष्पाहार के साथ अभिनंदन किया गया। इसके उपरांत शिक्षकों व विद्यार्थियों से साक्षात्कार के दौरान श्री राय ने अपने लेखन और उसकी सृजन प्रक्रिया से अवगत कराते हुए कहा कि आत्मचिंतन और आत्मसंघर्ष में सृजन के क्षणों को साधना अत्यंत श्रमसाध्य होता है। इस वक़्त यह विचारणीय हो जाता है कि इसे कैसे अभिव्यक्ति दी जा सकती है। इसका समूचा वृत्तांत उन्होंने प्रस्तुत किया। उल्लेखनीय है कि कल ही प्रख्यात व्यंग्य लेखक हरिशंकर परसाई का जन्मदिन और शताब्दी का समापन भी था। राजेन्द्र चन्द्रकांत जी ने 'काल के कपाल पर हस्ताक्षर' जैसी अनूठी पुस्तक का प्रणयन किया है जो परसाई जी की पूरी जीवनी है। गौरतलब है कि पैंतीस से अधिक महत्वपूर्ण कृतियों के अलावा अनेक साहित्यकारों पर राजेन्द्र चंद्रकांत जी की कलम चली है जिसमें 'कर्नल स्लीमन की डायरी' काफी लोकप्रिय है।

महाविद्यालय में लेखक से मिलिए कार्यक्रम के आरंभ में अतिथि श्री राजेन्द्र चन्द्रकांत राय को साल और पुष्पाहार पहना कर उनका अभिनंदन किया गया। अध्यक्षता करते हुए प्रो.अजित प्रसाद राय ने साहित्य के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लेखक समाज और सभ्यता का सबसे प्रमुख सचेतक होता है। आज हम अपने बच्चों के साथ प्रसिद्ध 

लेखक श्री राजेन्द्र चन्द्रकांत राय से मिलकर अभिभूत हैं। निश्चित रूप से इनसे मिलकर बच्चों के जीवनी को रचनात्मक दिशा मिलेगी। 

डॉ.संजय कुमार यादव ने मुख्य अतिथि लेखक श्री राजेन्द्र जी का आभार व्यक्त करते हुए परसाई जी के व्यंग्य की विस्तृत चर्चा की और कहा कि आप जैसे लेखक हमारे लिए प्रेरणा हैं। आरंभ में डॉ.दीपक प्रेमी ने स्वागत किया। संचालन डॉ.संजय श्रीवास्तव ने किया। संयोजन डॉ.अशोक कुमार पांडेय एवं डॉ. देवेन्द्र पांडेय ने किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक डॉ.बलवंत सिंह, डॉ.अनुपम यादव, डॉ.सी.पी. शाही, डॉ. प्रतिमा मौर्य,डॉ.श्याम नारायण तिवारी, डॉ.अमर नाथ यादव, डॉ.अजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ.सुनील कुमार मिश्र, डॉ.अखिलेश द्विवेदी, डॉ.अनीश मौर्य, डॉ.सर्वेश तिवारी, डॉ.धीरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ.अवनीश विश्वकर्मा, डॉ.राजेश यादव सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।