अजन्मे का कातिल कौन

अजन्मे का कातिल कौन

अजन्मे का कातिल कौन

अजन्मे का कातिल कौन

बांदा(एपीआई एजेंसी):- जिसका अभी जन्म ही न हुआ हो गर्भ में हो आखिर उससे किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है परंतु नहीं, डर बस ही सही जब कातिलों में जन्मने वाली मां भी सामिल हो तो भला उसे कौन बचा पायेगा। बात जनपद बांदा की है जो कि चित्राकूट जैसे धाम के अंतर्गत आता है जो दिल दहलाने वाली है। गौरी(२४) पुत्री शिव प्रकाश,माता - रेखा तिवारी, सन्हौली जनपद बांदा एवं अरून कुमार मिश्र पुत्र शिव कुमार मिश्र, न्यू राजेंद्र नगर नई दिल्ली ने आपसी सहमति एवं परिवार की उपस्थिति में सर्वसम्मति से ०७ दिसंबर २०२३ को वैदिक विधि विधान से नोएडा स्थित आर्या समाज मंदिर में विवाह करके अपने विवाह को विवाह पंजीकरण अधिकारी- ५ , गाजियाबाद उत्तर प्रदेश पंजीकृत करा कर सुख पूर्वक जीवन यापन करने लगे।

परन्तु यह खुशी गौरी के मां बाप को ही हजम नहीं हो रही थी, जिसके फलस्वरूप आये दिन अरून को किसी न किसी रूप में मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लग गए थे। इसी बीच गौरी जनवरी २०२४ में मां बनने वाली हो गयी और यह खुशी की बात अरून ने अपनी सास रेखा तिवारी को बताई फिर क्या था सास रेखा को मौका मिल गया जिसके वो तलाश में थी उन्होंने अरून को दो टूक कह दिया कि हम आर्या समाज और कोर्ट को नहीं मानते ऐसी शादी को समाजिक मान्यता नहीं है हम यह बच्चा नहीं होने देंगे, नहीं तो तुम गौरी के नाम ५०बीघा जमीन बांदा में खरीद लो, अरून की औकात इतनी नहीं है।

लिहाजा अरून ने साफ मना कर दिया, जिससे सास रेखा तिवारी क्रोधित हो जाती है और बिटिया गौरी को धमकाकर बांदा बुलाती है, और गौरी पति अरून और अपने डाक्टर के मना करने के बाद भी बांदा पहुंच जाती है और शुरू हो जाता है बच्चा गिरवाने का जतन, इधर अरुण को शंका हो जाती है की कहीं सचमुच तो नहीं यह सब मिलकर हमारे बच्चे को गिरवा देंगी, यह सोचकर अरुण थाना राजेंद्र नगर नई दिल्ली में 20 3.2024 को एप्लीकेशन देकर प्रशासन को अवगत कराता है।

इधर गौरी की तबियत जरूरत से ज्यादा खराब हो जाती है, तब उसे अपने पति की याद सताती है, और वह फोन करके उसे वापस बुलाने की गुहार लगाती है, जिसे सुनकर अरुण लखनऊ पहुंचता है और गौरी बांदा से लखनऊ आती है इसके बाद अरुण उसे अपने साथ दिल्ली ले जाता है जहां डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद भी वह अपने बच्चों को नहीं बचा पाता है, आखिर इस बच्चे का कसूर क्या था जिसे जन्मने से पहले ही मार दिया गया।