शिव-शक्ति का महापर्व शिवरात्रि: शक्ति के बिना शिव शव के समान: स्वामी ज्ञानानंद

शिव-शक्ति का महापर्व शिवरात्रि: शक्ति के बिना शिव शव के समान: स्वामी ज्ञानानंद

शिव-शक्ति का महापर्व शिवरात्रि: शक्ति के बिना शिव शव के समान: स्वामी ज्ञानानंद

शिव-शक्ति का महापर्व शिवरात्रि: शक्ति के बिना शिव शव के समान: स्वामी ज्ञानानंद

मऊ(एपीआई एजेंसी):- मुहम्मदाबाद गोहना, बड़े सौभाग्य का विषय है कि शिव और शक्ति को नमन करने का दो महापर्व शुक्रवार को एक साथ पड़ रहा है। पहला पर्व शिवरात्रि का और दूसरा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का। वैसे भी भगवान शिव अर्धनारीश्वर हैं। शक्ति के बिना शिव का स्तीत्व पूर्ण नहीं माना जाता। मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड के करहां परिक्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर शिव मंदिरों की साफ-सफाई, रंग-रौग़न व साज-सज्जा का कार्य पूर्ण हो चुका है।

विभिन्न शिवालयों पर शिवरात्रि पर्व पर अनेक कार्यक्रम आयोजित हैं वहीं अनेक स्थानों एवं संस्थानों में महिला दिवस के समारोह भी होने हैं। मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के नगपुर में जन्म लेकर आज संपूर्ण विश्व को अपने ज्ञान के आलोक से देदीप्यमान करने वाले प्रख्यात शांकर सन्यासी परमहंस परिव्राजकाचार्य स्वामी ज्ञानानंद सरस्वतीजी महाराज ने क्षेत्रीय भक्तों को शिवरात्रि का मंगल आशीष प्रदान किया है। उन्होंने मातृशक्तियों की महिमा का वर्णन करते हुये कहा कि शिव शक्ति के बिना अधूरे हैं। शिव शब्द से शक्ति का प्रतीक ई निकाल दिया जाय तो शिव शव होकर रह जाता है।

इसलिए बाबा भोलेनाथ अर्धनारीश्वर हैं। वह शक्ति स्वरूपा माता पार्वती के साथ मिलकर पूर्ण ब्रह्म बनते हैं।
शिवरात्रि पर करहां बाजार स्थित शिव मंदिर से सायंकाल भव्य शिव बारात निकाली जायेगी। हाथी-घोड़े, गाजे-बाजे, रथ-पालकी, झंडे-पटाके से युक्त यह शोभायात्रा करहां, रसूलपुर, गद्दोपुर, दरौरा, होते हुये नगपुर ग्राम पंचायत के महमूदपुर स्थित काली माता मंदिर तक जायेगी। यहां के शिव बारात के विभिन्न आयोजकों द्वारा शिव-पार्वती का सम्पूर्ण विधि-विधान पूर्वक मंगल विवाह कराया जायेगा। प्रसाद एवं महाभंडारे का आयोजन भी होगा।

इसके अतिरिक्त देवरिया खुर्द के प्राचीन शिवमंदिर एवं राजापुर के नवनिर्मित शिव मंदिर में नंदी भगवान की स्थापना की जायेगी। शमशाबाद में मनोहारी रूप से सजाये गये स्वयंभू शिव मंदिर सहित करहां, याकूबपुर, नेवादा, हिंडोला, दतौली, दरौरा, भांटीकला, चेरुईडीह आदि बयालिस के विभिन्न शिवालयों में कीर्तन-भजन, पूजन-अर्चन, रुद्राभिषेक के अनेक कार्यक्रम आयोजित हैं। बालिकाओं एवं महिलाओं में शिवरात्रि पर्व एवं महिला दिवस का विशेष उत्साह नजर आ रहा है।