इतिहास में पहली बार दो बार पढ़ी जाएगी ईद की नमाज

इतिहास में पहली बार दो बार पढ़ी जाएगी ईद की नमाज

इतिहास में पहली बार दो बार पढ़ी जाएगी ईद की नमाज

इतिहास में पहली बार दो बार पढ़ी जाएगी ईद की नमाज

कानपुर(एपीआई एजेंसी):- इतिहास में पहली बार ऐसा होगा ,जब ईद की नमाज एक साथ पढ़ने के स्थान पर इस बार दो बार में पढ़ी जाएगी। यह निर्णय सड़क पर नमाज अदा करने पर प्रतिबंध के चलते लिया गया है। इस बारे में जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक यहां की मरकजी ईदगाह में इस वर्ष दो बार नमाज अदा की जाएगी।

यह भी अवगत करा दें कि कानपुर के इतिहास में यह पहली बार होने जा रहा है। ईदगाह के बाहर नमाज पढ़ने पर पाबंदी को देखते हुए मरकजी ईदगाह कमेटी ने यह फैसला लिया है।मरकजी ईदगाह के मुतवल्ली अयाज आलम जफर ने बताया कि मरकजी ईदगाह में नमाज की पहली जमात सुबह आठ बजे तथा दूसरी जमात सुबह 9:30 बजे होगी।

दर असल इस ईदगाह में लोग बड़ी संख्या में ईद की नमाज अदा करने पहुंचते हैं। इस बीच जिनको जगह नहीं मिल पाती थी। वह बाहर सड़क पर जमात बना लेते थे। इसकी वजह से आवागमन बाधित होता था। 
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार ईद का चांद दिखाई देने पर ईद 10 अथवा 11 अप्रैल को मनाई जाएगी। इसको लेकर तैयारियां तेजी से की जा रही है। ईदगाहों व मस्जिदों में साफ सफाई के साथ नमाज को लेकर व्यवस्थाएं हो रही है। वहीं दूसरी ओर बेनाझाबर स्थित मरकजी ईदगाह में ईद की नमाज अदा करने के लिए सबसे अधिक नमाजी पहुंचते हैं।

कोरोना संक्रमण से पहले ईद पर ईदगाह भरने के बाद जिनको जगह नहीं मिलती थी। वे बाहर सड़क पर ही नमाज अदा करने के लिए बैठ जाते थे। कोरोना काल में ईदगाह में नमाज नहीं हुई। इसके बाद ईदगाहों व मस्जिदों के बाहर नमाज अदा करने पर पाबंदी लगा दी गई। यही पिछले वर्ष सड़क पर नमाज पढ़ने वाले नमाजियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था। इसको देखते हुए ईदगाह प्रबंधन कमेटी ने इस वर्ष दो बार नमाज अदा करने का निर्णय लिया है।