मुख्यमंत्री के आदेश का रतनपुरा ब्लाक के पशु आश्रयों पर कोई असर नहीं है

मुख्यमंत्री के आदेश का रतनपुरा ब्लाक के पशु आश्रयों पर कोई असर नहीं है

मुख्यमंत्री के आदेश का रतनपुरा ब्लाक के पशु आश्रयों पर कोई असर नहीं है

मुख्यमंत्री के आदेश का रतनपुरा ब्लाक के पशु आश्रयों पर कोई असर नहीं है

म‌ऊ(एपीआई एजेंसी):- रतनपुरा,स्थानीय विकास खंड के कुढवा गांव में लाखों की लागत से बने गो आश्रय केंद्र पर लगभग एक सप्ताह से 132 पशुओं को खाने के लिए चारा नहीं है पशु चिकित्सा और भोजन के अभाव में दम तोङ रहे हैं शनिवार को एक पशु मृत पडा हुआ था और पशुओं को खाने के लिए नाद में कुछ नहीं था पशुओं को खाने के लिए बनाए गए नाद में गोबर पड़ा हुआ है जबकि हर पशु आश्रय स्थलों पर पशुओं के देखभाल के लिए केयर टेकर रखें ग‌ए है।

लेकिन पशु आश्रय स्थल कुढवा में केयर टेकर भी नहीं था वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां एक सप्ताह से पशुओं को खाने के लिए चारा नहीं है सचिव भी कभी-कभी आते हैं। सचिव परभंष यादव से पशुओं की संख्या पुछने पर बड़ी देर में बताया कि 132 है और जानकारी लेने पर कहा कि मै अब घर जा रहा हू कल आऊंगा तो देखुंगा । मुख्यमंत्री के आदेश का रतनपुरा ब्लाक के पशु आश्रयों पर कोई असर नहीं है।

बीमार पशुओं के लिए डाक्टर हफ्ते में एक या दो बार ही आते हैं पशु आश्रय पर आधे दर्जन से अधिक पशु बीमारी हालत में पड़े हुए हैं। पशु आश्रय पर पशुओं की स्थिति देखकर भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी देखभाल में लापरवाही बरती जा रही है। खंड विकास अधिकारी रतनपुरा  इद्रीस अली ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है संबंधित सचिव और ग्राम प्रधान से बातचीत कर व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी। अगर जांच में शिक़ायत सही मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।