नगर मे जर्जर तारो के सहारे की जाती है बिजली आपूर्ति:उच्चाधिकारियों ने बंद कर रखी है आंखे 

नगर मे जर्जर तारो के सहारे की जाती है बिजली आपूर्ति:उच्चाधिकारियों ने बंद कर रखी है आंखे 

नगर मे जर्जर तारो के सहारे की जाती है बिजली आपूर्ति:उच्चाधिकारियों ने बंद कर रखी है आंखे 

नगर मे जर्जर तारो के सहारे की जाती है बिजली आपूर्ति:उच्चाधिकारियों ने बंद कर रखी है आंखे 

बलिया(एपीआई एजेंसी):- रसड़ा नगर मे  अर्से समय से जर्जर तारों के सहारे ही बिजली आपूर्ति की जा रही है। जिससे नगर मे बिजली बाधित होती रहती है दिन मे कितनी बार बिजली कटती है यह अनुमान लगाना मुश्किल है बता दे कुछ माह पहले बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों, विशेष कर जे. ई. द्वारा यह कहा गया कि नगर मे जर्जर तारो के जगह केबिल लगाने का कार्य ठिकेदार के माध्यम से कराया जायेगा जिसके मद मे स्वीकृति मिल गई है।

जे ई द्वारा यह कह कर  कुछ चाटुकार पोर्टल (शोसल) मिडया कर्मियो के माध्यम से खबर प्रशारित कराया गया कि नगर के बिजली की समस्या से निजात मिल जायेगी आने वाले समय मे नगर मे बिजली कटौती की समस्या दूर हो जायेगी और आने वाले ग्रिष्म ॠतु गरमी के मौसम मे बिजली बाधित नही होगी कटौती मे कमी आयेगी। किन्तु बिजली विभाग के कर्तव्य निष्ठ, जे. ई. के द्वारा बिजली का बकाया, कटिया कनेक्शन, बिजली बिल के सुधार के नाम पर जेब गरम करने मे मशगुल होने से जर्जर तार या केबिल लगाने के बात, ठीकेदार के नाम, माथे ठिकरा फोड़ने का अलावा अभी तक केबिल लगाने या तार बदलवाने का कार्य नही कराया जाना बिजली विभाग के आय के बजाय अपना काम बनाना और विभाग को चुना लगाना है।

वहीं सहायक अभियंता द्वारा मोंटू कालो कार्दायी संस्था के जर्जर तारो के जगह केबिल लगाने का जिम्मेदारी सौपने की बात पर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लिए है जबकि इनकी जिम्मेदारी बनती है जिससे नगर के जर्जर तारो निजात दिलाये जाने के दिशा मे केबिल लगाने का कार्य शुरू नही कराया गया जिससे इस दिशा मे कोई प्रगति नही दिख रही। आलम यह कि विभागीय संविदा कर्मचारी, जर्जर तारो को मरम्मत कर किसी तरह से बिजली आपूर्ति कर रहे है। नगर के मुंसफी तिराहा, ब्रह्मस्थान, मिशन रोड, मुंसफी न्य्यलय जज आवास, तहसीलदार बंगला भगत सिंह तिराहा प्यारेलाल चौराहा, स्टेशन रोड, गांघी मार्ग यानी उमाशंकर मोहल्ला सहित नगर का कोई भी मुख्य मार्ग व मोहल्ला नही होगा कि जर्जर तार खम्भो से बिजली आपूर्ति न की जाती हो। हलात यह है कि प्रतिदिन जर्जर तारो के फाल्ट या शार्टकर टूट जाने से घंटो बिजली आपूर्ति बाधित कर दी जाती है।