मुझे मोदी पर विश्वास है, उनके अलावा और कोई कर भी नहीं सकता: साध्वी निरंजन

मुझे मोदी पर विश्वास है, उनके अलावा और कोई कर भी नहीं सकता: साध्वी निरंजन

मुझे मोदी पर विश्वास है, उनके अलावा और कोई कर भी नहीं सकता: साध्वी निरंजन

मुझे मोदी पर विश्वास है, उनके अलावा और कोई कर भी नहीं सकता: साध्वी निरंजन

फतेहपुर(एपीआई एजेंसी):- जिले में एक दिवसीय दौरे पर आई केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति जाति जनगणना पर छिड़े घमासान पर कहा जो भी काम होगा वह भारतीय जनता पार्टी के अलावा कोई कर नहीं सकता जो लोग आज जातिय जनगणना की मांग कर रहे हैं चाहे लालू यादव हो चाहे अखिलेश यादव हो कांग्रेस को 10 साल तक समर्थन दिए रहे सरकार में भी रहे हैं कहीं भी आवाज नहीं उठाई ना यहां आवाज उठाई और ना वहां आवाज उठाई राजनीतिक आवाज उठाना सचमुच में उनके हित की बात करना जाति जनगणना के अनुसार यदि यह मांग कर रहे हैं तो हम भी पक्ष में हैं।

हमारा संगठन भी पक्ष में है सरकार भी पक्ष में है और मुझे मोदी पर विश्वास है इनके अलावा और कोई कर भी नहीं सकता लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के लिए जाति जनगणना की बात करना और जब सत्ता में हो तो उन दबे कुचले लोगों को दरकिनार करके सिर्फ एक जाति को भरना यह तो उनके ऊपर सवाल खड़ा होता है जब सत्ता में होते हो तो एसडीएम से लेकर लेखपाल से लेकर ऊपर तक की जो भर्ती होती हैं सिर्फ एक ही जाति के लोग जाते हैं तब और जातियां नहीं दिखाई पड़ती यह इतना हथकंडे अपनाए जा रहे हैं और मुझे अपने प्रधानमंत्री पर अपने संगठन पर विश्वास है जब वह होगा तो भारतीय जनता पार्टी ही कराएगी।

वहीं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने सपा विधायक पल्लवी पटेल के द्वारा सदन में पिछड़े व दलित भाजपा विधायकों को पंगु कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि अब जिस संगठन में बैठी हैं स्वयं अपने आप को देखें किसके बल पर बोल रही हैं पंगु कहना एक बहुत गलत है अपशब्द है किसी को पंगु कहना यह मुझे लग रहा है यह ओछी मानसिकता है जनता ने चुना है यदि दलितों को पिछड़ों को पंगु कहना यह सबसे बड़ी गाली है इसका विरोध होना चाहिए और पल्लवी पटेल को सदन के अंदर माफी मांगनी चाहिए किसी भी समाज को पंगु नहीं कर सकती यह गली है अखिलेश यादव ने सुना कैसे हां सुनेंगे जब उनके पार्टी के लोग गाली दे रहे हैं राम को गाली दे रहा है सनातन धर्म को गाली दे रहे हैं यह तो अखिलेश जी धृतराष्ट्र हैं उनकी पार्टी में कुछ भी होता रहे सुनते रहेंगे।