सबने दिया साथ पर कुछ खास का ही हुआ विकास,शेष मजा मार गये प्रभारी खास

सबने दिया साथ पर कुछ खास का ही हुआ विकास,शेष मजा मार गये प्रभारी खास

सबने दिया साथ पर कुछ खास का ही हुआ विकास,शेष मजा मार गये प्रभारी खास

सबने दिया साथ पर कुछ खास का ही हुआ विकास,शेष मजा मार गये प्रभारी खास

गाजीपुर(एपीआई एजेंसी):-विकास पुरूष मनोज सिन्हा के अति खास पारस राय के नामाकंन में प्रदेश सरकार व संगठन का कोई भी बड़ा चेहरा नही पहुंचा , वैसे तो यह अनुमान लगाया जा रहा था की उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ नामांकन कराने के लिए आयेंगे , परंतु वह तो नही आए उनके स्थान पर ऐसे में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की ओर से नामाकंन कराया गया , वही इस नामांकन को कराने के लिए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री धामी का गाजीपुर आने को लेकर लोगो के बीच तरह – तरह की चर्चाएं हो रही हैं ।

वही दूसरी तरफ जिलाधिकारी कार्यालय के ठीक सामने नामाकंन कराकर लौट रहे सी०एम० धामी व प्रत्याशी पारस नाथ राय से बात करने के लिए मीडिया के लोग उपस्थित थे। वार्तालाप के दौरान हालाकिं धामी ने मीडिया से बहुत बड़ी बात कह दी कि आज बहुत शुभ दिन है । आज ही बाबा केदारनाथ के कपाट खुले है और दर्शन के बाद मै सीधा पारस का नामाकंन कराने आया हूॅ । 

गाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर महीनों यहॅा की जनता व राजनीतिक दलों के लगातार आकलन व इंतजार के बाद विकास पुरूष खुद तो नही आये न ही अपने युवा पुत्र को यहॅा भेजने की उन्होने  जरूरत को समझा । वही मनोज सिन्हा के अति करीबी शिक्षक पारसनाथ राय पर दॉव लगा दिया गया , जिले में टिकट की लालसा रखने वाले तमाम कार्यकर्ता पदाधिकारी कसमसाकर रह गये । इसी बीच विधानसभा चुनाव के तर्ज पर गोष्ठियों, सम्मान समारोहों व विद्यालयों के वार्षिक उत्सव के कार्यक्रमों की आड़ में दो बार जिले का दौरा कर चुके मनोज सिन्हा व उनके समर्थक अपने प्रत्याशी को मजबूत व जिताउ बताकर पूरे मगरूरी से मैदान में डटे हुए हैं ।

वही यह भी चर्चा थी कि राय के नामाकंन में संघ व विश्व हिन्दू परिषद के बड़े नेताओं के साथ-साथ डिप्टी सी०एम० बृजेश पाठक की भी पहुंचने की सूचना थी और वो आए भी और उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए 100% मतदान करने की अपील करने के साथ ही पारस नाथ राय के पक्ष में वोट करने के लिए अपील किया । 
भाजपा की ओर से जोर शोर से फैलायी गयी थी और अपने कुछ चहेते मीडिया संस्थानों को विज्ञापन देकर भव्य नामांकन जुलुस  का प्रचार – प्रसार भी कराया गया ।

सूत्रों की माने तो पारसनाथ राय का टिकट घोषित होने के बाद से ही सैकड़ों की संख्या में समाचारों का सहयोग देने का हवाला देकर लगातार विभिन्न ऐपों पर वीडियो लोड करने वाले संपादकों को संगठन व प्रत्याशी की ओर से काफी निराशा ही हाथ लगी हैं । नामाकंन का प्रचार भी कर पाने का मौका नही मिला। कुछ पत्रकारों ने तो कहा कि जब नामाकंन में ही मास्टर साहब और अंतराष्ट्रीय पार्टी के पदाधिकारी सबका साथ सबका विकास का फार्मूला मीडिया पर भी लागू नही कर पाये ।

दूसरी तरफ भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में जिले भर से पहुंचकर प्रत्याशी से मिलने व अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए भीड़ लगी रही । नामाकंन के बाद मीडिया को दिये गये बयान में साफ कहा कि यू०पी० में अब एक भी माफिया नही , पहले माफियाओं का राज था । योगी और मोदी की डबल इंजन सरकार ने सबको पस्त कर दिया है अब सिर्फ चारों तरफ विकास की ही बात हो रही है ।

नामाकंन के एक दिन पूर्व संगठन के लोगो ने अपनी प्रचार – प्रसार व हनुमान चालीसा लिखने वाले कुछ सहयोगी कलाकारों को पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में बुलाकर हैसियत के हिसाब से सम्मानित किया कुछ तो व्यापार पर अड़ गये थे , लेकिन दर्जन भर लोगों को सबका साथ सबका विकास करने का एहसास करा चलता कर दिया गया ।